शोभना सम्मान-2012

Saturday, June 2, 2012

सूर्यवंश

     सामान्यत: धर्मावलंबी भगवान राम के वंश और कुल के साथ उनके दो पुत्रों लव-कुश के बारे में तो जानते हैं, लेकिन अनेक लोग उनके भाई लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के पुत्र और कुश के पुत्र-पौत्र की जानकारी नहीं रखते। इसलिए जानते हैं इससे ही जुड़ी रोचक बातें - 
- भगवान श्री राम के भाई भरत के दो पुत्रों का नाम तार्क्ष और पुष्कर। 
- लक्ष्मण का पुत्र चित्रांगद और चन्द्रकेतु
- शत्रुघ्न के पुत्र सुबाहु और शूरसेन 
इसी तरह राम पुत्र कुश का वंश इस तरह आगे बढ़ा -
कुश - अतिथि - निषध - नल - नभ - पुण्डरीक - क्षेमन्धवा - देवानीक - अहीनक - रुरु - पारियात्र - दल - छल - उक्थ - वज्रनाभ - गण - उषिताश्व - विश्वसह - हिरण्यनाभ - पुष्पक - ध्रुवसन्धि - सुदर्शन - अग्रिवर्ण - पद्मवर्ण - शीघ्र - मरु - सुश्रुत - उदावसु - नन्दिवर्धन - सकेतु - देवरात - बृहदुक्थ - महावीर्य - सुधृति - धृष्टकेतु - हर्यव - मरु - प्रतीन्धक - कुतिरथ - देवमीढ़ - विबुध - महाधृति - कीर्तिरात - महारोमा - स्वर्णरोमा - ह्रस्वरोमा - सीरध्वज
कुश वंश के राजा सीरध्वज को सीता नाम की एक पुत्री हुई। सूर्यवंश इसके आगे भी बढ़ा, जिसमें कृति नामक राजा का पुत्र जनक हुआ, जिसने योगमार्ग का रास्ता अपनाया था।

Friday, June 1, 2012

कविता: अब क्यों ?


उस ऊँचे पहाड़ पे,
तनकर खड़े उस
दुर्ग की,
सबसे ऊँची
अट्टालिका के ,
चमकते कंगूरे

सा है हमारा अतीत |


है कायम अस्तित्व
यूँही नहीं ,
बिछे हैं बरसों तक ,
उसकी नींव में,
परत-दर-परत
बलिदानों के
सिलसिले |


मगर.... 
अब क्यों ?
सुस्त है तू क्षत्रिय !
त्याग अकर्मण्यता ,
कुछ विचार कर ...
झुकने लगी
तनकर खड़ी
गगनभेदी
अट्टालिकाएं .....

"विक्रम" ( Ak Rajput )
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