शोभना सम्मान-2012

Tuesday, May 22, 2012

ऊंचाई


बिजलियो का भय त्यागे बिना कोई वृक्ष ऊंचा नहीं हो सकता...
पर्वत -शिखर की यात्रा मैं निरंतर चढाई ही नहीं होती उनमे उतराइया भी आती है खंड और खाईया भी आती है जीवन की असफलताऐ और ठोकरें भी इसी तरह प्रगती की लंबी यात्रा के अटूट अंग है.

जय जय वीर राजपूताना,,बुलंद करो राजपूताना ..कुंवर अमित सिंह 


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