क्षत्रिय साथियों,,
जिस कौम को अपने स्वधर्म, संस्कृति,सभ्यता एवं वेशभूषा पर स्वाभिमान नहीं है, वह मानसिक रूप से गुलाम एवं मुर्दा कौम है !!
यदि आप अपनी संस्कृति की सुरक्षा नहीं करेंगे तो दुसरे से तो इस बारे में आशा ही कैसे की जा सकती है ?
....कुंवर अमित सिंह
सत्य वचन भ्राता श्री...
ReplyDeleteभईया मैं भी आपके विचारों से सहमत हूँ.
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